लड़कियों ने निकाला कैंसर रोगियों की मदद नायाब तरीका

एक कॉलेज की करीब 80 छात्राओं ने अपने बालों को दान किया है. छात्राओं ने बताया कि इन बालों को कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए विग बनाने में उपयोग किया जाएगा.


छात्राओं का कहना है कि कैंसर पीड़ित मरीजों की फाइनेंशियल मदद करना हमारे लिए मुश्किल था लेकिन फिर भी हम उनकी मदद करना चाहते थे. इसलिए अपने बालों के कुछ हिस्सों को दान में देकर उन्हें खुशी देने का विचार आया. इन बालों का इस्तेमाल मरीजों के लिए विग बनाने में किया जाएगा.


डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी तरह का कैंसर होने के बाद कीमोथैरेपी दी जाती है. ये जगजाहिर बात है कि कीमोथैरेपी के दौरान कैंसर मरीजों के बाल गिरने शुरू हो जाते हैं. पहले से ही मानसिक रूप से परेशान मरीजों में गंजापन भी एक दबाव पैदा करता है. इन कैंसर मरीजों के लिए विग ही एकमात्र अच्छा दिखने का जरिया रह जाता है. लेकिन बाल दान करने वालों की कमी की वजह से ज्यादातर मरीजों की ये हसरत भी अधूरी रह जाती है.


फास्ट फूड है कैंसर की जड़
डॉ. अशुमन ने बताया कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का बड़ा कारण फास्ट फूड, तला हुआ और फैटी फूड का सेवन करना है. इस तरह का खाना बच्चों में भी कैंसर की संभावना बढ़ाती है. इसे आप जेनेटिक कैंसर नहीं कह सकते क्योंकि ये संक्रमण गलत खानपान की वजह से पनपता है.


खाने-पीने का रखे ध्यान
कैंसर से बचाव के लिए डाक्टर सबसे ज्यादा लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदत को ही मददगार मानते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम और खाने में पत्तेदार सब्जियां - सलाद का इस्तेमाल कैंसर को दूर भगा सकता है. इसके अलावा पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राई जैसे खाने की चीजों से दूर रहना सबसे ज्यादा मददगार साबित होगा. बच्चों को कैंसर से बचाने के लिए उन्हें चॉकलेट और फास्टफूड से दूर रखना चाहिए